एसपी नेता संग विवाद से चर्चा में आए DySP अनिरुद्ध की कहानी, फिल्मों में भी करते हैं काम
उत्तर प्रदेश के चंदौली में 5 दिसंबर को समाजवादी पार्टी (एसपी) के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई थी. इस दौरान मौके पर…
ADVERTISEMENT
उत्तर प्रदेश के चंदौली में 5 दिसंबर को समाजवादी पार्टी (एसपी) के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई थी. इस दौरान मौके पर मौजूद चंदौली के सकलडीहा सर्किल के डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह के साथ सकलडीहा के एसपी विधायक प्रभु नारायण यादव ने कथित तौर पर ना सिर्फ धक्का-मुक्की की, बल्कि उनके सिर में कई बार टक्कर भी मारी थी. इसी घटना के बाद से डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह चर्चाओं में आ गए.
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. यही नहीं ट्विटर पर डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह के सपोर्ट में जबरदस्त तरीके से अभियान भी शुरू हो गया. आलम यह था कि कुछ ही देर में #Isupportcopanirudh के नाम से पूरा मामला पहले और दूसरे नंबर पर ट्रेंड करने लगा. देखते ही देखते सोशल मीडिया पर हजारों की तादाद में लोग डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह के सपोर्ट में खड़े हो गए. आखिर कौन हैं डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह, खबर में आगे जानिए.
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में पहचान
अनिरुद्ध सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के रहने वाले हैं. इनकी पढ़ाई-लिखाई इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से हुई और साल 2001 में इन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस में नौकरी जॉइन की. अनिरुद्ध सिंह की पहली पोस्टिंग वाराणसी में हुई थी. इसके बाद जौनपुर, चंदौली सहित कई जिलों में उन्होंने नौकरी की. पुलिस महकमे में अनिरुद्ध सिंह को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में भी जाना जाता है.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
बता दें कि साल 2007 में अनिरुद्ध सिंह ने उत्तर प्रदेश के खूंखार और एक लाख रुपये के इनामिया नक्सली संजय कोल का एनकाउंटर किया था. इसके बाद अनिरुद्ध सिंह काफी सुर्खियों में आए थे. इसके साथ ही अनिरुद्ध सिंह ने और कई एनकाउंटर किए. साल 2010 में अनिरुद्ध सिंह को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिला और वह सब इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर पद पर प्रमोट हुए.
रोचक है अनिरुद्ध का ‘रियल हीरो’ से रील हीरो का सफर
अनिरुद्ध सिंह ने पुलिस महकमे में अपनी पहचान ‘सिंघम’ के रूप में भी बनाई. इसके साथ ही वह ‘रियल हीरो’ से रील हीरो भी बने. अनिरुद्ध सिंह ने पुलिस नौकरी के साथ-साथ फिल्मों और वेब सीरीज में भी काम किया.
अनिरुद्ध के फिल्मों में काम करने की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है. दरअसल वाराणसी कैंट में पोस्टिंग के दौरान गंस ऑफ बनारस नामक फिल्म की शूटिंग चल रही थी. इस दौरान शूटिंग देखने आए लोगों की काफी भीड़ बेकाबू हो गई.
ADVERTISEMENT
इसी दौरान इंस्पेक्टर अनिरुद्ध सिंह वहां पहुंचे और भीड़ को काबू में किया. फिल्मी हीरो जैसे लुक वाले इस पुलिस ऑफिसर को देखकर वहां मौजूद फिल्म के निर्देशक शेखर सूरी ने उन्हें पुलिस ऑफिसर का रोल ऑफर कर दिया. अनिरुद्ध सिंह को अचानक यकीन नहीं हुआ कि ऐसा भी हो सकता है, लेकिन जब फिल्म के निर्देशक शेखर सूरी ने अनिरुद्ध से इस फिल्म में पुलिस ऑफिसर का रोल निभाने को लेकर काफी अनुरोध किया. तो अपने अधिकारियों से इजाजत लेकर अनिरुद्ध ने इस फिल्म में पुलिस ऑफिसर की भूमिका निभाई.
इस फिल्म के बाद अनिरुद्ध सिंह ने साउथ की एक फिल्म डॉक्टर चक्रवर्ती में भी पुलिस ऑफिसर का रोल अदा किया. साथ ही साथ उन्होंने वेब सीरीज ‘दी रेडलैंड’ में भी एक्टिंग की.
ADVERTISEMENT
हाल ही में बदायूं से ट्रांसफर होकर चंदौली आए हैं अनिरुद्ध सिंह
अपने सख्त तेवर के लिए जाने जाने वाले अनिरुद्ध सिंह की पोस्टिंग जहां-जहां भी रही वहां वह काफी चर्चा में रहे. 2019 में अनिरुद्ध सिंह को प्रमोशन मिला और वह डिप्टी एसपी बन गए. डिप्टी एसपी के रूप में पहली पोस्टिंग उनकी वाराणसी में थी, लेकिन कुछ ही दिनों बाद उनका ट्रांसफर बदायूं हो गया. बदायूं में अनिरुद्ध सिंह ने पुलिस ड्यूटी के साथ-साथ तमाम तरह की सोशल एक्टिविटीज भी कीं.
बता दें कि अनिरुद्ध सिंह ने तकरीबन ढाई हजार ऐसे लोगों को मुख्यधारा से जोड़ा जो अवैध शराब का कारोबार करते थे और चोरी आदि की घटनाओं में शामिल रहा करते थे. इनमें बावरिया गैंग के लोग भी शामिल थे. अभी कुछ ही दिन पहले अनिरुद्ध सिंह का ट्रांसफर चंदौली हुआ था और उन्हें सकलडीहा सर्किल की जिम्मेदारी दी गई थी.
चंदौली: SP कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प, जमकर हुआ हंगामा, जानिए पूरा मामला
ADVERTISEMENT