मुजफ्फरनगर: छत पर तिरंगा झंडा लगा रहे 80 वर्षीय बुजुर्ग की पैर फिसलने से मौके पर ही मौत
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में तिरंगा झंडा लगा रहे एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की पैर फिसलने के चलते हादसे में छत से गिरने पर…
ADVERTISEMENT
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में तिरंगा झंडा लगा रहे एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की पैर फिसलने के चलते हादसे में छत से गिरने पर दर्दनाक मौत हो गई. आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत लोग अपने घरों में तिरंगा लगा रहे हैं. इसी क्रम में बुजुर्ग के द्वारा भी अपने घर की छत पर तिरंगा झंडा लगाया जा रहा था, मगर उसी दौरान पैर फिसलने से बुजुर्ग की मौत हो गई. इस हादसे के बाद मृतक के घर पर मातम छा गया है.
दरअसल, मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र की साकेत कॉलोनी का है, जहां के निवासी एक 80 वर्षीय बुजुर्ग आत्माराम शर्मा आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर बहुत उत्साहित थे. जिसके चलते छत पर तिरंगा झंडा लगाते समय बुजुर्ग आत्माराम शर्मा की छत से गिरने पर दर्दनाक मौत हो गई.
बताया जा रहा है कि सुबह उनके मोहल्ले में निकली तिरंगा यात्रा को देखकर मृतक बुजुर्ग आत्माराम बहुत उत्साहित हुए और देशभक्ति के चलते छत पर तिरंगा लगाते समय पैर फिसलने से वह गिर गए और इस हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
इस बारे में जानकारी देते हुए मृतक बुजुर्ग के भतीजे अशोक कुमार भारद्वाज ने बताया कि हमारे चाचा जी थे जिनकी 80-82 साल की तकरीबन उम्र थी. तिरंगा झंडा लगाने के लिए आज वह छत पर चढ़े थे. जिसके चलते हैं लड़खड़ाए और छत से नीचे गिर गए मौके पर ही उनकी मृत्यु हो गई.
वहीं मृतक बुजुर्ग के पड़ोसी मुकेश कुमार त्यागी की मानें तो आजादी का जो तिरंगा महोत्सव चल रहा है उसको लेकर वे बहुत उत्साहित थे, जिसके चलते सुबह आज वह लगभग 12:00 बजे के आसपास छत पर झंडा फहरा रहे थे और अचानक ही उस दौरान उनका बैलेंस बिगड़ गया. जिसके चलते वह नीचे गिर गए, उनके सिर में चोट लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
श्रीकांत केस: गाजियाबाद से मुजफ्फरनगर-मेरठ तक त्यागी समाज में उबाल, इस बात का हो रहा विरोध
ADVERTISEMENT