उत्तर प्रदेश में मिला जीका वायरस का पहला मामला, कानपुर में हुई केस की पुष्टि
उत्तर प्रदेश में जीका वायरस का पहला मामला सामने आया है, जिससे शासन और प्रशासन में हड़कंप मच गया है. कानपुर के पोखरपुर इलाके में…
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उत्तर प्रदेश में जीका वायरस का पहला मामला सामने आया है, जिससे शासन और प्रशासन में हड़कंप मच गया है. कानपुर के पोखरपुर इलाके में रहने वाले एक एयरफोर्स कर्मी में जीका वायरस पाया गया है. मरीज का सैम्पल स्वास्थ्य विभाग ने पुणे की लैब में जांच के लिए भेजा था, जहां मरीज में जीका वायरस की पुष्टि हुई.
कानपुर सीएमओ नेपाल सिंह ने मरीज के पूरे मोहल्ले को नगर निगम की टीमों द्वारा सेनेटाइज कराना शुरू कर दिया है. साथ ही मरीज के संपर्क में आए लगभग दो सौ लोगों को घरों में ही आइसोलेट होने को कहा गया है.
क्या है जीका वायरस?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, जीका वायरस एडीज मच्छरों से फैलता है. यह पहली बार साल 1952 में युगांडा और तंजानिया में इंसानों में पाया गया था.
क्या हैं इसके लक्षण
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हल्का बुखार, चकत्ते, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द या सिरदर्द इसके लक्षण होते हैं. 2 से 7 दिनों तक ये लक्षण दिख सकते हैं. यौन क्रिया के जरिए भी इस वायरस का संक्रमण हो सकता है.
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