हरदोई में उर्दू टीचर ने बच्चियों से की अश्लील हरकत, अब DM ने लिया ये बड़ा एक्शन

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Hardoi News:  यूपी के हरदोई में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में छात्राओं के साथ बैड टच करने और आपत्तिजनक बात करने के आरोपी उर्दू शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी गई है. साथ ही उर्दू शिक्षक के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया है. दरअसल, दो महीने पूर्व तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण के दौरान छात्राओं ने मामले की शिकायत की थी.बालिकाओं के साथ बैड टच और आपत्तिजनक बातें करने के मामले की जांच के लिए जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी. दो महीने की जांच के बाद जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर बीएसए ने आरोपी उर्दू शिक्षक को सेवा से बर्खास्त करने के अलावा खंड शिक्षा अधिकारी से स्थानीय थाने में शिक्षक के खिलाफ स्कूल की छात्राओं के संग छेड़छाड़ का मुकदमा पंजीकृत कराया है.

 उर्दू टीचर ने बच्चियों से की अश्लील हरकत

गौरतलब हो की इसी साल 15 मार्च को तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी शालिनी गुप्ता के निरीक्षण के दौरान बालिकाओं ने आरोप लगाया था कि उर्दू शिक्षक मुजीब खान छात्राओं के साथ बैड टच और आपत्तिजनक बातें करते हैं. इस मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ विनीता ने पूरे प्रकरण को जिलाधिकारी एमपी सिंह के समक्ष रखा था. जिलाधिकारी ने प्रकरण की जांच के लिए एसडीएम संडीला दिव्या मिश्रा, सीओ हरियावां शिल्पा कुमारी और दिव्यांग कल्याण अधिकारी रिचा गुप्ता के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की थी. तीन सदस्यीय जांच समिति ने प्रकरण की करीब दो महीने की जांच में केजीबी के उर्दू शिक्षक मुजीब खान पर लगे आरोपों को सही पाया. जांच कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद जिलाधिकारी के आदेश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ विनीता ने उर्दू शिक्षक मुजीब खान को सेवा से बर्खास्त कर दिया है.

डीएम ने एफआईआर के दिये निर्देश

वहीं खंड शिक्षा अधिकारी टोंडरपुर प्रभास कुंवर श्रीवास्तव ने उर्दू शिक्षक मुजीब खान के खिलाफ धारा 354 और 279 के तहत थाना बेहटा गोकुल में मुकदमा पंजीकृत कराया है. इस मामले पर बेसिक शिक्षा अधिकारी विनीता वर्मा ने बताया कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय टोडरपुर का मामला है जिसमें खंड शिक्षा अधिकारी शालिनी गुप्ता के समक्ष अनेक छात्राओं ने वहां के उर्दु शिक्षक पर कई आरोप लगाए थे. आरोपों के बाद तीन महिला अधिकारियों की जांच टीम गठित की गई थी. जांच में उक्त तथ्य सही पाए गए. जिसमें उन्होंने शिक्षक को हटाने की संस्तुति की. मामले में ही जिलाधिकारी के आदेशानुसार उन पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.

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