अयोध्या: सितारे जमीन पर उतरेंगे! 12 हजार वॉलंटियर्स जुटे, देखिए दीपोत्सव की भव्य तैयारियां

बनबीर सिंह

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अयोध्या में 3 नवंबर को ऐसा समा होगा मानों आकाश के सारे तारे जमीन पर उतर आए हों. इस बार 3 नवंबर को दीपोत्सव की मेगा तैयारियों और इससे पहले के आयोजनों को देखकर कोई भी सहजता से कह सकता है कि अयोध्या अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ेगी और नया कीर्तिमान बनाएगी.

हम आपको दीपोत्सव कार्यक्रम के उन अनछुए पहलुओं से अवगत करा रहे हैं. बुधवार, 3 नवंबर को जब अयोध्या में भव्य दीपोत्सव की चमक से देश-दुनिया की आंखें चौंधियाएंगी तो आपका यह जानना भी जरूरी है कि इस मेगा इवेंट के पीछ सरकार के साथ 12 हजार से अधिक ऐसे चेहरे भी हैं, जो अथक और निस्वार्थ परिश्रम से जुटे हुए हैं.

पिछले दीपोत्सवों से भी भव्य होगा इस बार का आयोजन

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की सरकार बनने के साथ ही 2017 में अयोध्या राम की पैड़ी पर दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत हुई. सबसे पहले यहां लगभग 1 लाख 80 हजार दीपक जलाए गए थे.

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इसी तरह 2018 में 3,01,152, 2019 में 5,50,000, 2020 में 5,51000 दीपक जलाए गए. अब 2021 में अयोध्या न सिर्फ अपने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ेगी बल्कि ऐसा कीर्तिमान भी बनाएगी जिसे दोबारा छूना अपने में एक बड़ी चुनौती होगी.

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12 लाख से अधिक दीपक जलेंगे, जानें पूरा प्लान

अयोध्या में इस बार जलाए जाने वाले दीपों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में काफी अधिक है. अकेले राम की पैड़ी पर लगभग 10 लाख दीपक जलाए जाएंगे. राम जन्मभूमि परिसर में 51000 दीपक जलेंगे. अयोध्या के प्राचीन मंदिरों और स्थानों पर 3 लाख से अधिक दीपक जलाए जाएंगे.

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इसके अलावा अयोध्या की 14 कोसी परिक्रमा के भीतर लगभग सभी पौराणिक स्थानों, कुण्डों, मंदिरों पर दीपक जलेंगे. यही नहीं, अयोध्या से इतर बस्ती जनपद के मखोड़ा धाम सहित 84 कोसी परिक्रमा के भीतर आने वाले कई स्थानों पर दीप प्रज्वलन होगा. मखौड़ा धाम वही स्थान है जहां कहते हैं कि महाराज दशरथ ने पुत्रेष्ट यज्ञ कराया था, जिसके बाद राम ,लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न का जन्म हुआ था.

03 नवंबर, 2021 को अयोध्या दीपोत्सव का कार्यक्रम

1. सायं 06:30 बजे -राम की पैड़ी पर पर्यटन विभाग द्वारा 3D होलोग्राफिक प्रोजेक्शन मेपिंग, रामायण पर आधारित भव्य लेजर शो का आयोजन।

2. सायं 07:05 बजे -मुख्यमंत्री योगी का उद्बोधन

3. सायं 07:20 बजे- राज्यपाल द्वारा उद्बोधन

4. सायं 07:30 बजे- पर्यटन मंत्री द्वारा धन्यवाद ज्ञापन

5. सायं 07:40 बजे- नया घाट के मंच से विशिष्ट अतिथियों द्वारा भव्य आतिशबाजी तथा लेजर शो का अवलोकन

दीपोत्सव के पीछे बच्चों का निस्वार्थ परिश्रम

अयोध्या में चाहे राम की पैड़ी हो या फिर राम जन्मभूमि परिसर, जब ये जगहें दीपकों की रोशनी से जगमगा रही होंगी, तब उसके पीछे हजारों बच्चों की निस्वार्थ मेहनत भी होगी. दीपोत्सव में इस बार 45 स्वयंसेवी सहायता समूह के अलावा 15 महाविद्यालय, 5 कॉलेज, राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी की अलग-अलग फैकेल्टी के छात्र-छात्राएं वॉलिंटियर के रूप में अपना योगदान दे रहे हैं. इनकी कुल संख्या 12000 है. ये वॉलंटियर्स इन दीपकों को जलाने के लिए 3600 लीटर सरसों के तेल का उपयोग करेंगे.

इनके बीच सामंजस्य बनाने के लिए इन्हें 32 टीमों में बांटा गया है. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर शैलेंद्र वर्मा को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है. प्रोफेसर वर्मा कहते हैं इस काम में लगे सभी बच्चे सुबह 8:00 बजे से देर रात तक 2 दिनों से लगातार निस्वार्थ कठिन परिश्रम कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि कई दिन पहले से ब्रीफिंग और रिहर्सल चल रहा था. दीपोत्सव की तैयारी में सभी बच्चे इतने मशगूल और ऊर्जा से ओतप्रोत हैं कि उन्हें ना तो समय का पता है और ना ही कठिन परिश्रम का एहसास. इसीलिए सभी अपना सर्वोच्च योगदान दे रहे हैं और इन्हीं के कारण इतनी बड़ी संख्या में दीपों का एक साथ जलना संभव हो पा रहा है.

तस्वीरें: अयोध्या में दीपोत्सव के लिए तैयारियां तेज, बनेगा नया विश्व रिकॉर्ड

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