Lok Sabha Election 7th Phase: वोटिंग से पहले जानिए गोरखपुर, गाजीपुर समेत 13 सीटों पर कौन भारी?
Lok Sabha Election 7th Phase : उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के तहत 1 जून को मतदान होना है. इस चरण में वाराणसी, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, बलिया, सलेमपुर, चंदौली, रोबर्ट्सगंज, महाराजगंज शामिल है.
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Lok Sabha Election 7th Phase : उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के तहत 1 जून को मतदान होना है. इस चरण में यूपी की 13 सीटों पर मतदान होगा. इन 13 सीटों में वाराणसी, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, बलिया, सलेमपुर, चंदौली, रोबर्ट्सगंज, महाराजगंज शामिल हैं. बता दें कि इस चरण में खुद प्रधानमंत्री की लोकसभा सीट वाराणसी भी शामिल है.
पीएम मोदी को कौन देगा टक्कर
वाराणसी लोकसभा से पीएम मोदी तीसरी बार लोकसभा का चुनावी मैदान में है. साल 2014 में पहली बार इस सीट से चुनाव जीत कर सदन पहुंचे थे. उसके बाद साल 2019 में इसी सीट से लोकसभा का चुनाव भारी मतों से जीत कर दूसरी बार सदन पहुंचे. पीएम मोदी का वाराणसी लोकसभा सीट से भारी मतों के अंतर से चुनाव जीत कर तीसरी बार भी सदन पहुंचने की कवायत जारी है. इस सीट से मोदी के खिलाफ कांग्रेस-सपा गठबंधन से अजय राय चुनावी मैदान में हैं. वहीं बसपा से अतहर जमाल लारी चुनाव लड़ रहे हैं.
गोरखपुर में कैसी लड़ाई
बात करें गोरखपुर लोकसभा सीट की तो, ये सीट भी हॉट सीटों में शुमार है. इस लोकसभा सीट से बीजेपी ने भोजपुरी सुपरस्टार और मौजूदा सांसद रवि किशन पर एक बार फिर भरोसा जताया है. वहीं इनके खिलाफ सपा-कांग्रेस गठबंधन से सपा नेता काजल निषाद चुनावी मैदान में हैं. बसपा ने इस सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी जावेद सिमनानी पर दांव खेलकर मुस्लिम वोटरों में सेंध लगाने की कोशिश की है.
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चंदौली में कैसा है सियासी समीकरण
चंदौली लोकसभा सीट से बीजेपी सरकार में केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे पर एक बार फिर भरोसा दिखाया है. जो इस सीट पर हैट्रिक लगाने के इरादे से उतरे है. उनके खिलाफ इंडिया गठबंधन ने सपा नेता वीरेंद्र सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं इस सीट पर बसपा ने सत्येंद्र कुमार मौर्य को अपना प्रत्याशी बनाया है.
घोसी में कड़ा मुकाबला
घोसी सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. घोसी सीट से भाजपा नित गठबंधन (एनडीए) की तरफ से ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर इस बार चुनावी मैदान में हैं. इंडिया गठबंधन की तरफ से सपा ने राजीव राय पर भरोसा दिखाया है. वहीं बसपा ने बालकृष्ण चौहान को अपना प्रत्याशी बनाया है. इसके पीछे ओबीसी वोटरों को साधने की कोशिश करने की है. कहा जा रहा है कि घोसी लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है.
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सलेमपुर और रॉबर्ट्सगंज में क्या है स्थिति
सलेमपुर लोकसभा सीट से बीजेपी से दो बार सांसद रहे रवींद्र कुशवाहा पर एक बार फिर से भरोसा दिखाया है. सपा ने पूर्व सांसद रमाशंकर राजभर को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं बसपा से भीम राजभर को इस चुनाव में उतारकर राजभर वोटों को साधने की कोशिश की है. रॉबर्ट्सगंज सीट से बीजेपी के मौजूदा सांसद पकौड़ी लाल कोल की बहू रिंकी कोल को अपना प्रत्याशी बनाया है. इंडिया गठबंधन ने सपा से छोटेलाल खरवार को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं बसपा ने धनेश्वर गौतम के अपना प्रत्याशी बनाया है.
गाजीपुर में बड़ी लड़ाई
गाजीपुर लोकसभा सीट पर इस बार कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी को इंडिया गठबंधन से सपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है. बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में अफजाल अंसारी बसपा से इस सीट पर पूर्व मंत्री मनोज सिंहा को हराकर चुनाव जीते थे. बीजेपी ने अबकी बार इस सीट पर पारस नाथ राय को अपना प्रत्याशी बनाया है. जो पूर्व मंत्री मनोज सिंहा के करीबी माने जाते हैं. वहीं बसपा ने उमेश सिंह को मैदान में उतारा है.
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बलिया में बीजेपी ने लगाया जोर
बलिया लोकसभा सीट पर भी इस बार भाजपा और सपा के प्रत्याशीयों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रहा है. बता दें कि भाजपा ने इस बार के मौजूदा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त का टिकट काट पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर के ऊपर भरोसा दिखाया है. इंडिया गठबंधन ने सपा नेता सनातन पांडे को अपना प्रत्याशी बनाया है. बता दें कि पिछली बार इस सीट से सपा प्रत्याशी सनातन पांडे बीजेपी के वीरेंद्र सिंह मस्त से हार गए थे. वहीं बसपा ने इस सीट से लल्लन सिंह यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है और यादव वोटरों को अपने पाले में लेने की कोशिश की है.
बांसगांव और मिर्जापुर में कौन आगे
बांसगांव लोकसभा सीट पर भाजपा ने पूर्व सांसद सुभावती पासवान के बेटे कमलेश पासवान को चुनावी मैदान में उतारा है. सपा ने संदल प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं बसपा ने रामसमुझ सिंह के प्रत्याशी बनाया है. जो पूर्व इनकम टैक्स ऑफिसर भी रह चुके हैं. मिर्जापुर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को चुनावी मैदान में उतार कर भरोसा दिखाया है. जो इस सीट से लगातार दो बार सांसद रह चुकी हैं. सपा में भाजपा से आए रमेश बिंद को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं बसपा ने मनीष त्रिपाठी को अपना उम्मीदवार बनाकर दलित-ब्राह्मण के वोटों को साधने की कोशिश की है.
कुशीनगर में किसके बीच लड़ाई
कुशीनगर लोकसभा सीट पर कांटे की लड़ाई देखने को मिल रही है. इस सीट से भाजपा ने मौजूदा सांसद विजय दुबे पर एक बार फिर भरोसा दिखाया है. इस बार वो अपनी हैट्रिक पूरी करने के इरादे से उतरेंगे. इंडिया गठबंधन की ओर से इस सीट पर अजय प्रताप सिंह को उम्मीदवार हैं. वहीं राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी से स्वामी प्रसाद मौर्या के चुनावी मैदान में उतरने से यहां मुकाबला और दिलचस्प हो गया है. बीएसपी ने यहां से शुभ नारायण चौहान को अपना प्रत्याशी बनाया है.
देवरिया में क्या है मामला
देवरिया लोकसभा सीट पर बीजेपी ने समाजसेवी शशांकमणि त्रिपाठी को अपना उम्मीदवार बनाया है. इंडिया गठबंधन से कांग्रेस ने अखिलेश सिंह पर भरोसा दिखाया है. वहीं बसपा ने संदेश यादव को प्रत्याशी बनाकर यादव वोटों मे सेंध लगाने की कोशिश की है. महाराजगंज सीट पर बीजेपी ने छ बार से सांसद पंकज चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है. इंडिया गठबंधन की ओर से सपा ने वीरेंद्र चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं बसपा ने मौसम ए आलम को अपना प्रत्याशी बनाकर मुस्लिम वोटों में सेंध मारी की कोशिश की है.
(इस खबर को यूपी तक से इंटर्नशिप कर रहे अमित पांडे लिखी है.)
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