UP की इन 16 सीटों पर BSP की वजह से जीती भाजपा! अगर मायावती INDIA के साथ होतीं तो...
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित हो चुके हैं. उत्तर प्रदेश में बड़ा उलटफेर करते हुए सपा यूपी की सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली पार्टी बन गई है. सपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए यूपी में 80 में से 37 सीटों पर जीत हासिल की है.
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लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित हो चुके हैं. उत्तर प्रदेश में बड़ा उलटफेर करते हुए सपा यूपी की सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली पार्टी बन गई है. सपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए यूपी में 80 में से 37 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं, दूसरे नंबर पर 33 सीटों के साथ भाजपा और 6 सीटों पर कांग्रेस तीसरे स्थान पर है. गौर करने वाली बात यह है कि बसपा 2014 की तरह इस बार भी सूबे में एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो सकी है. अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि बसपा ने अकेले चुनाव लड़कर किसे फायदा पहुंचाया और किसे नुकसान? खबर में आगे जानिए अगर बसपा इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ती तो फिर कैसी तस्वीर बनती.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में बसपा प्रमुख मायावती ने 2024 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया था. इस चुनाव में बसपा को 9.39 फीसदी वोट मिले, लेकिन एक भी सीट हासिल नहीं हुई. कांग्रेस के कुछ नेता आखिरी वक्त तक बसपा को इंडिया गठबंधन में लाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मायावती का कहना था कि गठबंधन में चुनाव लड़ने से बसपा को नुकसान होता. हालांकि, 2024 के लोकसभा में बसपा ने उत्तर प्रदेश में कोई सीट नहीं जीती, लेकिन इसके चलते परोक्ष रूप से भाजपा को 16 सीटों पर फायदा मिला. अगर इंडिया गठबंधन ने भी ये सीटें जीत ली होतीं, तो एनडीए की कुल सीटों की संख्या घटकर 278 और भाजपा की 226 हो जाती.
कौनसी हैं वो 16 सीटें जहां भाजपा को हुआ फायदा
अकबरपुर, अलीगढ़, अमरोहा, बांसगांव, भदोही, बिजनौर, देवरिया, फर्रुखाबाद, फतेपुर सीकरी, हरदोई, मेरठ, मिर्ज़ापुर, मिश्रिख, फूलपुर, शाहजहांपुर और उन्नाव वो सीटें हैं जहां बसपा को जीत के अंतर से ज्यादा वोट मिले. भाजपा ने इनमें से 14 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) और अपना दल (सोनीलाल) ने दो सीटों बिजनौर और मिर्जापुर पर जीत हासिल की.
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