
गाजियाबाद में शादीशुदा प्रेमी ने कार के अंदर अपनी शादीशुदा प्रेमिका की गला दबाकर हत्या कर दी. वारदात के बाद उसके शव को रोड पर फेंककर एक्सीडेंट का रूप दे पुलिस को भी गुमराह करने का प्रयास किया. पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया तो मौत की वजह गला दबाना पता चली. चार दिन बाद पुलिस ने इस वारदात का खुलासा करते हुए हत्यारोपी प्रेमी और साजिश में शामिल उसके बेटे और दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है.
कविनगर थाना पुलिस ने रविवार को इस हत्याकांड में मृतका मोनिका के गांव निवासी चरन सिंह, उसके बेटे रोहित और रोहित के दोस्त संदीप को गिरफ्तार कर लिया. खुलासा हुआ कि चरन सिंह के मोनिका से बीते 7 साल से प्रेम संबंध थे.
DCP निपुण अग्रवाल ने बताया, 17 जनवरी को गाजियाबाद की कविनगर थाना पुलिस को सूचना मिली कि कविनगर थाना क्षेत्र में इंडस्ट्रियल एरिया जीटी रोड स्थित श्रीजी धर्मकांटे के सामने एक महिला की लाश पड़ी हुई है. मृतका की पहचान मोनिका के रूप में हुई. वो ग्रेटर नोएडा में बादलपुर थाना क्षेत्र के गांव गिरधरपुर सुनारसी की रहने वाली थी. मोनिका के पति अमृत ने 18 जनवरी को कविनगर थाने में एक्सीडेंट का मुकदमा दर्ज कराया. 19 जनवरी को पुलिस को शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त हुई. इसमें बताया गया कि महिला की मौत मुंह व गला दबाकर दम घुटने से हुई है.
इस पर पुलिस ने एक्सीडेंट के केस को हत्या में तरमीम किया और आगे की जांच शुरू की. चरन सिंह के मुताबिक, इन प्रेम संबंधों की वजह से उसका बेटा रोहित व अन्य परिजन भी नाराज थे. इधर, मोनिका एक मकान खरीदकर देने का दबाव चरन सिंह पर बना रही थी.
चरन सिंह के बेटे रोहित को ये बात पता चली तो उसने विरोध किया. पिता से कहा कि तुमने पहले ही हमारी जिंदगी नरक बना रखी है, इसका (मोनिका) कुछ इलाज करो वरना मैं तुम्हें भी नहीं छोडूंगा. इस पर पिता-पुत्र ने मोनिका का मर्डर करने की यह सनसनीखेज साजिश बना इसे अंजाम दे दिया था. हत्या के बाद इस घटना को ट्रक दुर्घटना का रूप देने का पूरा प्रयास किया. इसके लिए इन्होंने अपनी कार से एक ट्रक को रोका और उससे कहा कि वो एक महिला को टक्कर मार कर भागा है, जिसे उन्होंने देखा है. जिसके बाद ट्रक चालक भी इस झांसे में आ गया और उसने अपने मालिक को ट्रक से दुर्घटना होने की जानकारी दी. जिसके बाद ट्रक मालिक ने पुलिस को दुर्घटना की जानकारी दी. हालांकि महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मामला खुल गया. जिसके बाद पुलिस जांच के बाद आरोपी पुलिस के हाथ आ गए.