आगरा: ब्लॉगर रितिका हत्याकांड में एडीजी ने तलब किए थाने के अफसर, सामने आई ये वजह

अरविंद शर्मा

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

ब्लॉगर रितिका हत्याकांड में अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन ने जांच अधिकारियों को तलब किया है. अपर पुलिस महानिदेशक ने मामले में निष्पक्ष जांच की बात भी कही है. एडीजी ने यह भी माना की हत्याकांड में कई बिंदुओं पर जांच होना जरूरी है और जो रितिका की मां ने आरोप लगाए हैं वे गंभीर हैं.

12 दिन बाद ब्लॉगर रितिका की हत्या की पुलिस जांच से असंतुष्ट माता-पिता अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन से मिलने पहुंचे. माता-पिता ने ताजगंज पुलिस की हत्या के संबंध में की जा रही जांच पर तमाम सवाल खड़े किए. रितिका के माता-पिता से मुलाकात के बाद एडीजी जोन ने कहा कि मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी.

ये बातें सवाल के घेरे में

आपको बता दें कि ब्लॉगर रितिका की ओम श्री अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से फेंक कर कथित रूप से हत्या कर दी गई थी. मामले में पुलिस ने रितिका के पति आकाश गौतम और उसके साथ आई कथित मुंह बोली बहन काजल और उसकी सहेली को मौके से गिरफ्तार किया था, लेकिन जब पुलिस ने प्रेस नोट जारी किया तो दिखाया कि आकाश को उन्होंने सेल्फी प्वाइंट के पास से गिरफ्तार किया है.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

अब सवाल उठ रहा है कि दोनों महिलाओं की गिरफ्तारी मौका ए वारदात से पुलिस ने की तो दूसरी जगह से क्यों दिखाई? इसके अलावा पुलिस ने उस बाइक को लावारिस में दाखिल कर दिया जिसपर सवार होकर आरोपी आकश गौतम श्री अपार्टमेंट पहुंचा था. पुलिस के कागजों पर जब यह हेर-फेर सामने आया तो मामले ने तूल पकड़ लिया. फजीहत होती देख ताजगंज पुलिस अब मौके पर मिली मोटरसाइकिल को मुकदमे में दाखिल कर लिया है. यह मोटरसाइकिल रितिका के प्रेमी विपुल अग्रवाल की पत्नी दीपाली के नाम पर है.

पुलिस ने ऐसा क्यों किया? यह सवाल बार-बार उठ रहे हैं. अधिकारी भी मान रहे हैं की कहीं कुछ गड़बड़ जरूर है. रितिका हत्याकांड में पुलिस तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि दो आरोपी चेतन और अनवर अब तक फरार हैं. चेतन और अनवर के पास रितिका का मोबाइल बताया जा रहा है. माना जा रहा है कि उस मोबाइल में हत्या से जुड़े कई राज लॉक हैं.

ताजगंज पुलिस की कार्यप्रणाली से रितिका के माता-पिता बेहद दुखी हैं. उनका कहना है कि पुलिस सही से मामले की जांच नहीं कर रही है. उनकी बेटी को इंसाफ नहीं मिल पाया है. रितिका की मां ने बताया कि उनकी बेटी पुलिस के सामने कई बार हत्या का अंदेशा जता चुकी थी. पुलिस से शिकायत कर चुकी थी, लेकिन मिलीभगत के चलते पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की. यही वजह रही कि उनकी बेटी की हत्या हो गई. रितिका की डायरी के नाम से दो पन्ने भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं. इन पन्नों में रितिका ने अपना दर्द बयां किया है. आकाश से अपनी जान को खतरा बताया था.

ADVERTISEMENT

आगरा: ब्लॉगर रितिका ने मौत से पहले इन लोगों के खिलाफ दर्ज कराया था केस, जानिए क्यों?

ADVERTISEMENT

    Main news
    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT