किसान सम्मेलन: सीएम योगी ने किया गन्ने के दाम में बढ़ोतरी का ऐलान, विपक्ष पर बोला हमला

यूपी तक

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 26 सितंबर को लखनऊ में एक किसान सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान सीएम योगी ने ऐलान किया,…

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 26 सितंबर को लखनऊ में एक किसान सम्मेलन को संबोधित किया.

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इस दौरान सीएम योगी ने ऐलान किया, ”अब गन्ना किसानों को 325 रुपये की जगह 350 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से भुगतान किया जाएगा. सामान्य गन्ने के लिए 315 के बजाय 340 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान किया जाएगा.”

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गन्ना मूल्य में वृद्धि से गन्ना किसानों की आय में आठ फीसदी की बढ़ोतरी होगी, इससे प्रदेश के 45 लाख किसानों की आय में बढ़ोत्तरी होगी.

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सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा, ”2004 से लेकर 2014 तक का शासन आपने देखा होगा? देश और प्रदेश के लिए अंधकार युग था. यूपी का विकास एकदम रुक गया था. अराजकता और गुंडागर्दी का बोलबाला था. कोई सुरक्षित नहीं था. प्रदेश का किसान आत्महत्या और गरीब भूख से मर रहा था.”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ”सपा-बसपा की सरकारों नें किसानों की उपज खरीदने की व्यवस्था क्यों नहीं की. जो आज किसानों के हितैषी बने हैं, वो तब कहां थे?”

इसके अलावा सीएम योगी ने कहा,

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  • ”बसपा की सरकार में औने-पौने दाम पर चीनी मिलें बेची गईं. 250 करोड़ की चीनी मिलें 25-30 करोड़ रुपये में बिक गईं. सपा की सरकार में 11 चीनी मिलें बंद हुईं.”

  • ”हमारी सरकार में चीनी मिलें बंद नहीं हुईं, बल्कि बंद पड़ी चीनी मिलों को चलाने का काम किया.”

  • ”2017 में 8 वर्षों से गन्ने का भुगतान बकाया था. पिछली सरकारों में गन्ने का भुगतान नहीं हुआ था, जिससे किसान परेशान था. चीनी मिलें बंद हो रही थीं

  • योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इच्छाशक्ति वाली बीजेपी सरकार ने टीमवर्क के साथ काम किया, चीनी मिलों को चालू कराने का काम किया.

    उन्होंने कहा कि जब किसान आत्महत्या कर रहा था, तब एसपी, बीएसपी और कांग्रेस के लोग कहां थे, ”पिछली सरकारें किसानों के पेट पर लात मार रही थीं”

    सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकारों में गन्ना किसानों को अपनी उपज जलाने की नौबत थी, क्योंकि उस असमय चीनी मिलें बंद हो जाती थीं, पिछली सरकार में काम करने के लिए साफ नीयत और सही सोच दोनों नहीं थीं.

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