टेम्पो चलाने से लेकर सब्जी बेचने तक, कुछ ऐसी है ओपी राजभर की कहानी, जानिए

रजत सिंह

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे आ चुके हैं. बीजेपी एक बार फिर सरकार बनाने वाली है. लेकिन इन सबके बीच एक ऐसा नेता…

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे आ चुके हैं. बीजेपी एक बार फिर सरकार बनाने वाली है. लेकिन इन सबके बीच एक ऐसा नेता…

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे आ चुके हैं. बीजेपी एक बार फिर सरकार बनाने वाली है. लेकिन इन सबके बीच एक ऐसा नेता रहा, जो समाजवादी पार्टी गठबंधन में रहते हुए भी किसी विजेता से कम नहीं है. हम बात कर रहे हैं ओम प्रकाश राजभर की. उनकी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) को इस चुनाव में 6 सीटें मिली हैं.

राजभर का दावा है कि गाजीपुर और आजमगढ़ में अपने गठबंधन के जरिए उन्होंने क्लीन स्वीप किया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजभर कभी सब्जी बेचा करते थे और कभी टेम्पो चलाया करते थे.

जब वाराणसी में टेम्पो चलाते थे राजभर

दरअसल, इंडिया टुडे ग्रुप को दिए एक इंटरव्यू में ओपी राजभर ने अपनी कहानी साझा की थी. राजभर बताते हैं कि उनके पिता ईसीएल में काम किया करते थे. उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी. पढ़ाई के दौरान जब ओम प्रकाश राजभर बनारस में थे, तभी उनके कच्चे मकान से एक लकड़ी गिरी, जिससे उनके भाई घायल हो गए. भाई के इलाज के दौरान राजभर ने टेम्पो चलाने लगे. राजभर बताते हैं कि वह सुबह पढ़ने जाया करते थे और शाम में टेम्पो चलाया करते थे.

जब राजभर ने टेम्पो का साथ छोड़ा, तब वह सब्जी के बिजनेस में आ गए. अपने गांव लौटने के बाद ओपी राजभर ने सभी चारों भाइयों के साथ मिलकर कॉर्मिशियल सब्जी की खेती की.

राजभर बताते हैं कि वह रात को सब्जी तोड़कर साइकिल पर लादकर मंडी बेचने जाया करते थे, धीरे-धीरे वह किसानों के समूह के साथ काम करने लगे, बाद में गांव-गांव से किसानों से आनाज खरीद कर बेचने लगे.

(ओपी राजभर की पूरी कहानी ऊपर दिए गए वीडियो में देखी जा सकती है.)

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