महंगे लैपटॉप में जाकिर नाइक के वीडियो-नेपाली करेंसी…मुर्तजा को लेकर अबतक क्या पता चला?

संतोष शर्मा

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गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षाकर्मियों पर हमले को लेकर कथित आतंकी कनेक्शन के आरोप में यूपी एटीएस ने अपनी जांच शुरू कर दी है. अब तक की जांच में यूपी एटीएस को हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी से पूछताछ और उसके लैपटॉप से जो सुराग हाथ लगे हैं वो साफ इशारा कर रहे की अहमद मुर्तजा अब्बासी बेहद खतरनाक मंसूबों के साथ कथित तौर पर आतंक की राह पर चल पड़ा था.

3 अप्रैल की शाम गोरखनाथ मंदिर के पहले गेट पर सुरक्षाकर्मियों पर अचानक धारदार हथियार से हमला करने के बाद धार्मिक नारे लगाने वाला आरोपी से एटीएस और एसटीएफ की टीमें लगातार पूछताछ कर रही हैं.

अहमद मुर्तजा अब्बासी के लैपटॉप को खंगालने के बाद जांच एजेंसियों को पता चला है कि वह बीते डेढ़ साल से धार्मिक नेता जाकिर नाइक के वीडियो देख रहा था. ऐसा भी दावा किया जा रहा है कि आरोपी इस्लाम के कट्टरपंथ की सीख देने वाले मौलानाओं की वीडियो यूट्यूब पर डाउनलोड कर देखता था.

हाल ही में 1 लाख 94 हजार में खरीदे गए मैकबुक को खरीदने का कारण अब्बासी ने बताया कि मोबाइल पर वीडियो और आवाज साफ नहीं दिखाई-सुनाई पड़ती थी, जिसके लिए यह लैपटॉप खरीदा था.

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गिरफ्तार किए गए अहमद मुर्तुजा अब्बासी के पास से नेपाल के नोट भी मिले हैं. ऐसे में आरोपी के नेपाली कनेक्शन पर यूपी एटीएस अपनी निगाहें गड़ाए हुए हैं. बता दें कि महाराजगंज में आरोपी के 2 मददगार हिरासत में लिए जा चुके हैं.

यूपी एटीएस को अहमद मुर्तजा अब्बासी के पास से कई बैंक के एटीएम भी मिले हैं, जिनके लेन-देन को यूपी एटीएस खंगाल रही है. अब तक की पूछताछ में यह साफ हो चुका है कि मुर्तजा अब्बासी ‘बेहद खतरनाक मंसूबों’ के साथ गोरखनाथ मंदिर के गेट पर पहुंचा था. एटीएस को आशंका है कि वह अचानक गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर धारदार हथियार से हमला कर उनके हथियार छीनने की प्लानिंग में था, इसलिए उसने हाथ में एक धारदार हथियार के साथ दो हथियार बैग में छिपा रखे थे, जिनको यूपी एटीएस ने बरामद किया है.

पुलिस अधिकारियों ने आरोपी से पूछताछ के बाद बताया कि मुर्तजा अब्बासी की प्लानिंग थी कि पीएसी के जवान अनिल पासवान को घायल करने के बाद उसकी एसएलआर राइफल छीन ली जाए. यही वजह थी कि अनिल पासवान को घायल होने के बाद उसके राइफल उठाने गए दूसरे सिपाही पर भी मुर्तजा ने पीछे से हमला बोल दिया और घायल कर दिया.

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आरोपी के बैग से उर्दू भाषा में लिखी किताब भी बरामद हुई है. बैग में उर्दू की किताब, लैपटॉप में ‘इस्लाम आतंक का ककहरा’ सीखने वाले तमाम वीडियो सामने आए हैं. आशंका जताई जा रही है कि अहमद मुर्तजा अब्बासी ‘फिदायीन’ हो चुका था.

यूपी एटीएस की टीम अहमद मुर्तजा अब्बासी के नेपाल कनेक्शन के साथ-साथ गजवत-उल-हिंद के कनेक्शन की भी जांच कर रही है. वजह साफ है कि बीते साल लखनऊ में पकड़े गए मिनहाज भी अहमद मुर्तुजा अब्बासी की तरह अकेले ही फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा था और उसका हैंडलर पाकिस्तान में बैठकर उसे हमले का सीख दे रहा रहा था.

यूपी एटीएस को आशंका है कि कहीं मिनहाज और मुर्तजा अब्बासी का एक ही हैंडलर तो नहीं या फिर दोनों एक ही मॉड्यूल के लिए तो नहीं काम कर रहे थे. फिलहाल यूपी एटीएस की टीम हर पहलू की जांच करने में जुटी है.

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