पुजारी बोले- हरिद्वार के बाद काशी और प्रयाग में भी होगा मुलायम सिंह की अस्थियों का विसर्जन
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का सोमवार को निधन हो गया था. मंगलवार को सैफई में राजकीय सम्मान के साथ…
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समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का सोमवार को निधन हो गया था. मंगलवार को सैफई में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. नेताजी के निधन के बाद हिंदू रीति-रिवाजों के तहत उनके घर पर धार्मिक अनुष्ठान किया जा रहा है.
धार्मिक अनुष्ठान कराने वाले पुजारी घनश्याम पांडेय ने कहा कि मुलायम सिंह के आवास पर प्रतिदिन गरुड़ पुराण का पाठ होता है. अखिलेश यादव और घर के सभी लोग एक साथ बैठकर गरुड़ पुराण का पाठ सुनते हैं.
पुजारी घनश्याम पांडेय ने कहा कि मुलायम सिंह यादव की अस्थियां केवल हरिद्वार में ही नहीं, बल्कि और जगह भी विसर्जित की जाएंगी. उन्होंने बताया कि काशी और प्रयाग में भी नेताजी की अस्थियों का विसर्जन होगा.
उन्होंने बताया कि 21 अक्टूबर को हवन के बाद होगा ब्राह्मण भोज होगा, जिसमें चुनिंदा लोग और ब्राह्मणों को भोज कराया जाएगा.
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पुजारी घनश्याम पांडेय ने बताया कि सोमवार को हरिद्वार में नेताजी की अस्थियों का विसर्जन होगा. हरिद्वार में खुद अखिलेश अस्थियों का विसर्जन करेंगे. उसके बाद काशी और प्रयाग में भी अस्थि विसर्जन होगा. हालांकि, उन्होंने समय नहीं बताया कि कब काशी और प्रयाग में नेताजी की अस्थियों को विसर्जित किया जाएगा. उन्होंने ये बताया कि अस्थियों का विसर्जन 2 से 4 महीने के बाद भी किया जा सकता है.
मथुरा-वृंदावन से गरुड़ पुराण का पाठ करने आए आचार्य राधामोहन मिश्र ने शनिवार को बताया था,
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“मुलायम के परिवारवालों ने तय किया है कि नेताजी का अस्थि कलश लेकर परिवार के लोग रविवार को हरिद्वार जाएंगे और सोमवार को वैदिक रीति रिवाज के अनुरूप पवित्र गंगा नदी में अस्थियों को विसर्जित किया जाएगा.”
राधामोहन मिश्र
राधामोहन मिश्र ने ये भी बताया था कि गरुड़ पुराण का पाठ बुधवार से शुक्रवार (21 अक्टूबर) तक चलेगा और 21 अक्टूबर को शांति हवन, ब्राह्मण भोजन आदि कर्मकाण्ड वैदिक रीति रिवाज के साथ संपन्न किए जाएंगे.
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