लखनऊ में ‘आदिपुरुष’ के खिलाफ सड़क पर उतरे मुस्लिम नेता और किसान, कर दी ये बड़ी मांग
Uttar Pradesh News: रिलीज के बाद से आदिपुरुष (Adipurush Movie Controversy) लगातार विवाद और विरोध से जूझ रही है. आदिपुरुष को लेकर विरोध प्रदर्शन लगातार…
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Uttar Pradesh News: रिलीज के बाद से आदिपुरुष (Adipurush Movie Controversy) लगातार विवाद और विरोध से जूझ रही है. आदिपुरुष को लेकर विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है. राजधानी लखनऊ में सोमवार को सैकड़ों की संख्या में किसान यूनियन से जुड़े लोग हजरतगंज थाने पहुंचे. सबसे अहम बात, इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में किसानी के पेशे से जुड़े मुस्लिम समुदाय के लोग भी फिल्म आदिपुरुष को बैन करने और डायरेक्टर, स्क्रिप्ट राइटर पर FIR लिखाने के लिए पहुंचे थे. विरोध कसभी के हाथों में फिल्म के पोस्टर थे, डायलॉग राइटर मनोज मुंतशिर के पोस्टर थे और नारेबाजी की जा रही थी.
"क्या सेंसरबोर्ड धृतराष्ट्र बन गया है?"
फिल्म आदिपुरुष को लेकर बवाल मचा है, अब इसपर राजनीति भी तेज़ हो गई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने भी इसपर बड़ा बयान दिया है।#Adipurush #SamajwadiParty pic.twitter.com/6QzEvoTKra
— UP Tak (@UPTakOfficial) June 19, 2023
इस प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे किसान नेता हरनाम सिंह वर्मा ने यूपी तक को बताया कि, ‘भगवान राम हमारे आराध्य हम उनको पूजते हैं. इस धरती पर भगवान राम का असली आराध्य किसान है. वह जो धरती का सीना फाड़ कर अन्न उपजाता है. उसी से भगवान राम का, हनुमान जी का, माता सीता का भोग लगता है.’ भारतीय किसान यूनियन के नेता ने आगे कहा कि अगर इस फिल्म को बंद नहीं किया गया तो जल्द से जल्द इस पूरे प्रदेश और देश में आंदोलन होगा.
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फिल्म को बैन करने की मांग
वहीं भगवान राम माता सीता के अपमान को लेकर एफआईआर लिखाने पहुंचे मोहम्मद फहीम का कहना है कि हम भगवान भगवान राम के अपमान को लेकर थाने पर आए हैं.जिस तरह से फिल्मी दुनिया के लोगों ने हमेशा धर्म के नाम पर पिक्चर बनाकर अपनी जेब भरी है. आज उसी कड़ी में इस फिल्म बनाया गया जिसको बंद कराने के लिए, मुकदमा लिखाने के लिए पुलिस के पास आए हैं. इस फिल्म में जो शब्द इस्तेमाल किए गए हैं वो सनातन धर्म के लोगों को अपमानित करने की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है. हम सरकार से मांग करते हैं इस फिल्म को बैन करें. हम हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सभी लोग सड़क पर उतरेंगे तो इस पिक्चर के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन भी होगा.
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