
Brij Bhushan Sharan Singh news: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह महिला पहलवानों के यौन शोषण और धमकी देने के आरोपों का सामना कर रहे हैं. विनेश फोगाट जैसी ओलंपियन पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह और WFI के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसकी जांच का ऐलान कर दिया गया है. इस बीच न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक केंद्र सरकार ने WFI की गतिविधियों को तबतक के लिए स्थगित करने का निर्णय लिया है जबतक कि जांच के लिए ओवरसाइट कमेटी औपचारिक रूप से नियुक्त नहीं होती. इसके तहत अभी चली रही रैंकिंग प्रतियोगिता का निलंबन भी शामिल है. अब मौजू सवाल यह है कि आरोपों के बाद अब जांच का सामना कर रहे बृजभूषण शरण सिंह क्या खुद के दावे के मुताबिक सुनामी लाने जैसा कुछ रहस्योदघाटन करेंगे या नहीं?
असल में महिला खिलाड़ियों के आरोप सामने आने के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने 20 जनवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस का ऐलान किया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि वह किसी की दया से WFI के अध्यक्ष नहीं बने हैं और अगर उन्होंने अपना मुंह खोल दिया तो सुनामी आ जाएगी. हालांकि बाद में यह प्रेस कॉन्फ्रेंस टाल दी गई और बृजभूषण शरण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण सिंह ने कहा था कि अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली एनुअल मीट के बाद ही बृजभूषण शरण सिंह मीडिया में कोई बयान देंगे.
अब सरकार ने WFI की गतिविधियां निलंबित कर दी हैं, तो सबकी नजरें बृजभूषण शरण सिंह के अगले कदम की ओर हैं. हर कोई यह जानना चाह रहा है कि आखिर बृजभूषण शरण सिंह ऐसा क्या बयान देंगे जिससे उन्होंने सुनामी आने तक का दावा कर दिया है.
इस बीच खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के एडिशनल सेक्रेटरी विनोद तोमर को निलंबित कर दिया है. शनिवार को मीडिया से बातचीत करने के दौरान सेक्रेटरी विनोद तोमर ने कहा था कि WFI के अध्यक्ष के पद पर बृजभूषण शरण सिंह अभी भी काबिज हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि फेडरेशन के ज्यादातर लोग बृजभूषण शरण सिंह के साथ हैं और व्यक्तिगत तौर पर भी मुझे खिलाड़ियों के आरोप सही नहीं लगते. आपको बता दें कि WFI ने भी खेल मंत्रालय को भेजे गए अपने जवाब में बृजभूषण शरण सिंह पर लगे सारे आरोपों को खारिज किया है.