
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिग्गज पहलवानों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है. भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पहलवानों के निशाने पर हैं. इसी बीच कुश्ती महासंघ और पहलवानों के बीच विवाद में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने बड़ा फैसला लिया है. भारतीय ओलंपिक संघ ने कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी गठित की है.
इस कमेटी के सदस्यों में मैरी कॉम, डोला बनर्जी, अलकनंदा अशोक, योगेश्वर दत्त, सहदेव यादव और 2 अधिवक्ता शामिल किए गए हैं.
बता दें कि दिल्ली के जंतर-मंतर पर देश के नामी पहलवानों ने भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. पहलवान विनेश फोगाट (Wrestler Vinesh Phogat) ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं. वहीं इन आरोपों के बीच बृजभूषण शरण सिंह गोंडा में शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे, जो कैंसिल हो गई. भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर तानाशाही व यौन शोषण के आरोप लगाते हुए देश के दिग्गज पहलवान धरने पर बैठे हैं. इसमें ब्रजभूषण शरण के इस्तीफे की मांग उठाई जा रही है.
पहलवान बजरंग पूनिया के नेतृत्व में बृजभूषण के खिलाफ पहलवानों ने मोर्चा खोल रखा है. टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया ने कहा कि महासंघ मनमाने ढंग से चलाया जा रहा है और जब तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को हटाया नहीं जाता तब तक वे किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लेंगे.
वहीं इस विवाद पर बृजभूषण का कहना है कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश हुई है. कुश्ती के खिलाफ साजिश हुई है. उन्होंने कहा था कि इसका पर्दाफाश वह शुक्रवार शाम प्रेस कान्फ्रेंस में करेंगे. हांलाकि अब ये प्रेस कॉन्फ्रेंस स्थगित हो गई है. अपने उपर लगे आरोपों पर बृजभूषण सिंह की तरफ से भी सफाई पेश की गई है. एक तरफ उन्होंने इस्तीफा देने से साफ मना कर दिया है तो वहीं यहां तक कहा है कि अगर उन्होंने अ उन्होंने अपना मुंह खोला तो सुनामी आ जाएगी. मीडिया से बात करते हुए बृजभूषण ने कहा था कि मैं किसी की दया से अध्यक्ष नहीं बना हूं, अगर मैंने अपना मुंह खोल दिया तो सुनामी आ जाएगी.
इनपुट - नीतिन श्रीवास्तव